यूँ तो जरुरत सभी को होती है हमारी , पर हमारी जरुरतो का क्या.?यूँ तो सबको खुशियां देता आ रहा हूँ मै , पर हमारी खुशियो का क्या .?वक्त आने पर पूछूंगा जरूर की कहाँ चले जाते है सब मेरे समय पर,सबके समय पर मै होता हूँ ,पर हमारे समय का क्या..?सुना था की वक्त के चलते रिश्ते बदल जाते है, लोग अजनबी भी हो जाते है , आज कल देख भी लिया .यूँ तो लोग कहते है की हर वफ़ा के बदले वफ़ा होती है ,पर हमारी वफाओ का क्या ?
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